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Border Gavaskar Trophy :के लिए Gautam Gambhir की जगह ये खिलाड़ी हो सकते हैं टीम इंडिया के कोच बीसीसीआई अध्यक्ष जय शाह ने किया खुलासा

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Gautam Gambhir:भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच Gautam Gambhir इन दिनों कड़े आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं, खासकर न्यूजीलैंड के खिलाफ हालिया व्हाइटवॉश के बाद। Gautam Gambhir के अंडर में भारतीय बल्लेबाजों का कुछ खास प्रदर्शन रहा नहीं और ना हि गेंदबाज़ी में कुछ अच्छा प्रदर्शन कर पाए वाशिंगटन सुंदर, रविन्द्र जडेजा और रविचंद्र अश्विन को छोड़कर अन्य गेंदबाजों का प्रदर्शन कुछ अच्छा नहीं रहा।

हालिया प्रदर्शन और परिणाम

भारतीय क्रिकेट टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-0 से हार का सामना करना पड़ा, जो Gautam Gambhir के कोचिंग करियर का एक बड़ा झटका है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह ने टीम के प्रदर्शन पर नाराज़गी जताई है और गंभीर को सख्त चेतावनी दी है।  

लंबी समीक्षा बैठक के बाद यह तय किया गया कि अगर टीम का प्रदर्शन Gautam Gambhir की कोचिंग में नहीं सुधरता है, तो उनकी टेस्ट टीम के मुख्य कोच की भूमिका पर खतरा मंडरा सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई टेस्ट और लिमिटेड ओवर्स फॉर्मेट के लिए अलग-अलग कोच नियुक्त करने पर विचार कर रहा है।

आगामी चुनौती: Border Gavaskar Trophy

Gautam Gambhir की अगली बड़ी चुनौती ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी होगी। इस सीरीज में प्रदर्शन निर्णायक साबित हो सकता है। अगर टीम फिर से असफल रही, तो कोचिंग ढांचे में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। बीसीसीआई को उम्मीद है कि गंभीर इस अहम सीरीज में टीम को वापसी कराने में सफल होंगे।

कोचिंग ढांचे में संभावित बदलाव

अगर भारतीय टीम Border Gavaskar Trophy में जीत हासिल करने में असफल रही, तो बीसीसीआई वीवीएस लक्ष्मण को टेस्ट टीम का मुख्य कोच नियुक्त कर सकती है। वर्तमान में Gautam Gambhir सभी फॉर्मेट्स के कोच हैं, लेकिन विशेषज्ञ कोच की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है।  

वीवीएस लक्ष्मण: फिलहाल वह साउथ अफ्रीका में टी20 टीम के कोच हैं, और अटकलें लगाई जा रही हैं कि उन्हें टेस्ट टीम की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।  

– फॉर्मेट के लिए अलग कोच: बीसीसीआई टेस्ट और लिमिटेड ओवर्स टीम के लिए अलग-अलग कोच रखने पर विचार कर रही है, जैसा कि इंग्लैंड और पाकिस्तान जैसी टीमें पहले हि ऐसा कर चुकी हैं।

प्रदर्शन समीक्षा और टीम चयन पर सवाल

हालिया समीक्षा बैठक में Gautam Gambhir की कोचिंग शैली और टीम प्रबंधन के फैसलों पर चर्चा हुई। खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए खिलाड़ियों के चयन को लेकर बीसीसीआई और Gautam Gambhir के बीच असहमति देखी गई। 

– नितीश कुमार रेड्डी और हर्षित राणा के चयन पर सवाल उठे हैं।

आलोचकों का मानना है कि रेड्डी का रेड-बॉल क्रिकेट में रिकॉर्ड कुछ खास नहीं है, और राणा के पास केवल दस फर्स्ट-क्लास मैचों का अनुभव है। इन फैसलों से गंभीर के चयन पर भी कई सवाल खड़े कर रहा है।

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) पर प्रभाव

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी सीरीज का नतीजा न केवल गंभीर के कोचिंग करियर को बल्कि भारत के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों पर भी पानी फिर सकता हैं।  

– अगर टीम का प्रदर्शन खराब रहा, तो WTC फाइनल में पहुंचने की संभावनाएं खतरे में पड़ सकती हैं, जो खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ के लिए बड़ी चिंता का विषय है।

निष्कर्ष

Gautam Gambhir के लिए यह समय बेहद चुनौतियों से भरा हुआ है। उनके कोचिंग करियर पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं, और टीम पर भी उच्च स्तर के प्रदर्शन करने का दबाव बना हुआ है। आगामी ऑस्ट्रेलिया सीरीज उनके और भारतीय क्रिकेट दोनों के भविष्य के लिए निर्णायक साबित होगी।  

फैन्स और विश्लेषक इस पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। यह नतीजा तय करेगा कि Gautam Gambhir टीम को वापसी की राह पर ले जा पाएंगे या भारतीय क्रिकेट को नई कोचिंग रणनीति की जरूरत पड़ेगी। आने वाले हफ्ते भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए बेहद अहम होंगे।

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